Top Tags

जानिए क्यों जरुरी है प्रोटीन आपके शरीर के लिए !

ByRohit kashyap

Mar 5, 2024
शरीर की फिटनेस और बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करते रहना चाहिए. रोज़ाना आहार का सेवन करके आप अपने  शरीर के लिए जरूरी तत्वों की पूर्ति कर सकते हैं. प्रोटीन ऐसा ही एक जरुरी तत्व है जो न सिर्फ मांसपेशियों के निर्माण बल्कि इसकी मजबूती में सहायक है, साथ ही ये कई प्रकार की बीमारियों से बचाने में लाभकारी हो सकता हैं. शाकाहारी और प्लांट बेस्ड कई चीजों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन की मौजूदगी होती है.

कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं,  प्रोटीन हमारी मांसपेशियों, त्वचा, एंजाइम और हार्मोन का निर्माण खंड है और यह शरीर के सभी ऊतकों में भी
आवश्यक भूमिका निभाता है. अगर आपके आहार में पर्याप्त प्रोटीन नहीं है तो आप मांसपेशियों में दर्द-कमी, कमजोरी जैसी समस्याओं के शिकार हो सकते हैं.

क्या आप जानते हैं कि प्रोटीन की कमी यदि लंबे समय तक बनी रहती है तो इसके कारण आप कुछ गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो सकते हैं?

कितना प्रोटीन है जरूरी?
एक्सपर्ट की माने तो एक इंसान को प्रतिदिन शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 0.8 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है. उदाहरण के लिए, जिस व्यक्ति का वजन 75 किलोग्राम है, उसे प्रतिदिन 60 ग्राम प्रोटीन का सेवन करना चाहिए. प्रोटीन की कमी की स्थिति में शरीर की संरचना में बदलाव होने लग जाता है. अगर इसमें सुधार नहीं होता है तो ये लिवर की बीमारी, हड्डियों की समस्या और बच्चों के विकास को भी प्रभावित कर सकती है.

Source:

बच्चों का विकास हो सकता है प्रभावित
प्रोटीन न केवल मांसपेशियों-हड्डियों के निर्माण और मजबूती के लिए आवश्यक है, साथ ही ये शरीर के विकास को भी बढ़ावा देने के लिए जरूरी है. प्रोटीन की कमी या अपर्याप्तता बच्चों के लिए कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के साथ उनके सामान्य विकास को भी प्रभावित करने वाला हो सकता है. प्रोटीन की कमी से बच्चों के मस्तिष्क का विकास भी प्रभावित हो सकता है, आहार में इसकी मात्रा जरूर सुनिश्चित करें.
फैटी लिवर का हो सकता है खतरा
शरीर में प्रोटीन की कमी होने का असर लिवर की सेहत को भी प्रभावित करने वाला हो सकता है. ये आपमें फैटी लिवर की समस्या का कारण बन सकती है. फैटी लिवर, यकृत में वसा जमने के कारण होने वाली बीमारी है. उपचार न होने की स्थिति में फैटी लीवर रोग लिवर में सूजन, सिरोसिस और गंभीर स्थितियों में लिवर फेलियर का भी खतरा बढ़ा देती है.

Source: